Dark Cloud Cover Candlestick Pattern Full Detail in Hindi

नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम  जानने वाले है डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में की डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है और यह कैंडल की साइकोलोग्य क्या है और भी बहुत जननेंगे इस लेख में इसीलिए बने रहिए हमारे इस लेख में 


Dark Cloud Cover Candlestick Pattern in hindi

इस कैंडलस्टिक पैटर्न का अर्थ "काला बादल का ढकना" होता है | डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न एक टेक्निकल चार्ट पैटर्न है जो शेयर बाजार या फोरेक्स बाजार आदि में ट्रैंड रिवर्सल का संकेत देता है | यानि यह एक ट्रैंड रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न है जो बाजार का ट्रैंड में बदल देता है | यह कैंडलस्टिक पैटर्न डबल कैंडलस्टिक पैटर्न की श्रेणी में आता है | 


dark cloud cover candlestick pattern kya hai ? 

जब किसी कम्पनी का शेयर प्राइस लगातार उप-ट्रैंड में ट्रैंड कर रहा होता है तब उप-ट्रैंड के टॉप पे या रेजिस्टेंस लेवल के आस-पास अगर कोई ऐसे कैंडल बनती दिखाई देती है जो दो कैंडल्स की बानी होती है जिसकी पहली कैंडल बुलिश कैंडल होती है तथा दूसरी कैंडल बेयरिश कैंडल होती है तो इन कैंडल्स को Dark Cloud Cover Candlestick Pattern कहते है |

dark cloud cover candlestick pattern kya hai ?

 जो की बेयरिश ट्रैंड रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न भी है जो बाजार में चल रहे उप-ट्रैंड को डाउन-ट्रैंड में बदल देता है | इस कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण उप-ट्रैंड के टॉप पे या किसी रेजिस्टेंस लेवल पर होता है | जिससे यह मार्केट का ट्रैंड रिवर्स कर देता है |  

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is a "dark cloud cover" bearish reversal candlestick pattern ?

हाँ "डार्क क्लाउड एक बेयरिश ट्रैंड रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न है जो बाजार में चल रहे उप-ट्रैंड को डाउन-ट्रैंड में बदलने की शक्ति रखता है | और यह कैंडलस्टिक पैटर्न आपको  उप-ट्रैंड के टॉप पे या किसी रेजिस्टेंस लेवल पे बना दिख सकता है | इस कैंडलस्टिक पैटर्न में दो कैंडल्स होती है जो की इसे बेयरिश ट्रैंड रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न बनाती है |   


dark cloud cover candlestick pattern ki visheshata

1) dark cloud cover Candlestick Pattern Formation:-डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न दो कैंडल्स से मिलकर बना होता है |

• पहली कैंडल :- जिसमे इसकी पहली कैंडल बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न होती है | यह हरे रंग की होती है जो की यह दर्शाती है की बाजार पे बायर्स का पूरा कंट्रोल है जो की बाजार को ऊपर लेके  जाते है | 

• दूसरी कैंडल :- जिसमे इसकी दूसरी कैंडल बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न होती है यह लाल  रंग की होती है जो की यह दर्शाती है की बाजार पे सेलर्स का पूरा कंट्रोल आ चूका है जो की बाजार को अब नीचे लेके जाएंगे है |

2) डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न की बॉडी बड़ी होती यही तथा विक शैडो छोटी होती है | 

3) इस कैंडलस्टिक पैटर्न की बेयरिश कैंडल की ओपनिंग गैप-उप होती है | 

4) बेयरिश कैंडल का हाई बुलिश कैंडल के मुकाबले ऊपर होता है और बुलिश कैंडल का लौ बेयरिश कैंडल के मुकाबले नीचे  होता है | 

5) डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण उप-ट्रैंड के टॉप पे या रेजिस्टेंस लेवल के पास होता है | 


Dark Cloud Cover Candlestick example 

Dark Cloud Cover Candlestick example


Dark Cloud Cover Candlestick Pattern Ke Bane Ke Piche Ki Psychology? 

जब किसी कम्पनी का शेयर प्राइस लगातार उप-ट्रैंड में ट्रैंड कर रहा होता है | जिसपे बायर्स का पूरा कंट्रोल होता है ,बायर्स लगातार उस कंपनी के शेयर की  खरीदारी करते रहते है | ऐसे में जब उस शेयर का प्राइस किसी रेजिस्टेंस जोन में आ जाता है तब एक बुलिश कैंडल का निर्माण होता है जो की यह दर्शाता की बायर्स लगातार शेयर खरीदारी कर रहे है और मार्केट में बायर्स का पूरा कंट्रोल है | 

Dark Cloud Cover Candlestick Pattern Ke Bane Ke Piche Ki Psychology?

तभी बुलिश के अगली कैंडल गैप-उप ऑप्शन होती है क्योकि बायर्स लगातार शेयर की खरीदारी कर रहे  है |  लेकिन उस रेजिस्टेंस जोन पे सेलर्स बैठे रहते रहते है जैसे ही अगली कैंडल गैप-उप ओपन होती है और अपना हाई बनाकर नीचे जाने लगती है तब बड़े सेलर्स उस शेयर की अधिक मात्रा की बिकवाली करने लगते है उसी प्राइस पर जिससे मार्केट में सप्लाई बढ़ जाती है और डिमांड कम हो जाती है जिससे एक बेयरिश कैंडल का निर्माण होता है | इन दोनों कैंडल्स को डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न कहते है | इस  कैंडलस्टिक पैटर्न के बनने के बाद बाजार का ट्रैंड रिवर्स हो जाता है बाजार उप-ट्रैंड से डाउन-ट्रैंड में ट्रैंड करने लगता है यही है डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न के बनने के पीछे की साइकोलोग्य |


Dark Cloud Cover Candlestick Pattern pr trade kb le?

बाजार में डार्क क्लाउड कवर  कैंडलस्टिक पैटर्न के निर्माण होने से यह तो पता चल जाता है की बाजार अब डाउन-ट्रैंड में चलेगा | लेकिन डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न पे  ट्रेड कब ले यह पता नहीं चलता | ट्रेडर्स को इस कैंडल के बनने के बात कन्फोर्मशन कैंडल के बने का इंतजार करना होता है कन्फोर्मशन कैंडल के बनने के बाद यह देखना होता है की कन्फोर्मशन कैंडल का हाई डार्क क्लाउड कवर कैंडल के नीचे "है" की "नहीं" अगर नीचे है तो यह एक सही संकेत है ट्रेड लेने के लिए वही अगर नहीं है तो यह एक गलत संकेत है ट्रेड लेने के लिए | 

Dark Cloud Cover Candlestick Pattern pr trade kb le?


Dark Cloud Cover Candlestick Pattern Pr Target kahan Set kre?

डार्क क्लाउड कवर कैंडल पे ट्रेड लेने के बाद यह पता होना चाहिए की हमारा टारगेट कहाँ तक का होगा | इस कैंडलस्टिक पैटर्न पे शार्ट सेल्लिंग कर सकते है इसलिए इस कैंडलस्टिक पैटर्न पे 1*1 या 1*2 का टारगेट सेट कर सकते है | एग्जिट करने के लिए बाजार का अगला सपोर्ट होगा | जहां अपने प्रॉफिट को बुक करना होगा | 


Dark Cloud Cover Candlestick Pattern pr stop-loss kahan set kre?

बाजार में एंट्री करने के बाद यह भी देखना होगा की स्टॉप-लोस्स कहाँ सेट करे | डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न के हाई के थोड़ा ऊपर का स्टॉप-लोस्स सेट करेंगे जिससे अगर बाजार ऊपर भी जाए तो ज्यादा लॉस न हो |

 

Dark Cloud Cover Candlestick Pattern ki savdhaniya

डार्क क्लाउड कवर कैंडल पे ट्रेड करते समय कुछ सावधानियाँ को ध्यान में रखना बहुत जरुरी है:-

1) डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण दो कैंडल्स के मिलकर होता है जिसमे  इसकी पहली कैंडल बुलिश कैंडल होती है तथा दूसरी कैंडल बेयरिश कैंडलस्टिक होती है | अगर बाजार में कोई ऐसी कैंडलस्टिक पैटर्न दिखाई देती जिसकी पहली कैंडल बेयरिश कैंडल हो और दूसरी कैंडल बुलिश कैंडल हो तो यह कैंडलस्टिक पैटर्न डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न नहीं है | 

2) डार्क क्लाउड कवर कैंडल की बेयरिश कैंडल सदैव गैप-उप ओपन होती है अगर चार्ट  पे कोई ऐसे कैंडल बनती दिखाई देती है जिसकी ओपनिंग गैप-डाउन हुई है तो यह डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न नहीं है | 

3) इस कैंडलस्टिक पैटर्न के निर्माण सदैव उप-ट्रैंड के दौरान उप-ट्रैंड के टॉप पे या रेजिस्टेंस लेवल के आस-पास होता है | अगर चार्ट पे कोई ऐसे कैंडल बनती दिखाई देती है जो की डाउन-ट्रैंड के दौरान बानी है या सपोर्ट लेवल के आस-पास बानी है तो यह डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न नहीं है | 

4) डार्क क्लाउड कवर कैंडल में बेयरिश कैंडल की बॉडी बुलिश कैंडल के थोड़ा ऊपर बनती है और बेयरिश कैंडल का हाई बुलिश कैंडल के मुकाबले थोड़ा ऊपर होता है और बुलिश कैंडल का लौ बेयरिश कैंडल के लौ से थोड़ा नीचे होता है | 


निष्कर्ष 

आज के इस लेख में हमने जाना की डार्क क्लाउड कवर कैंडल क्या है और इस कैंडल पे ट्रैड कब ले और भी बहुत कुछ लेकिन सिर्फ डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में जान के बाजार में ट्रेडिंग नहीं करनी पूरी तरह से शेयर मार्केट के बारे में जानने के बाद ही ट्रेडिंग की शुरआत करनी है | 

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