कैंडलस्टिक पैटर्न ट्रेडिंग और निवेश की दुनिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये पैटर्न संभावित कीमतों की दिशा की भविष्यवाणी करने में मदद करते हैं। आज हम एक महत्वपूर्ण कैंडलस्टिक पैटर्न "थ्री इनसाइड उप " (Three Inside Up) के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। इस लेख में हम इसे सरल शब्दों में समझाएंगे ताकि आप इसे आसानी से समझ सकें और अपने ट्रेडिंग निर्णयों में इसका उपयोग कर सकें।
Three Inside Up
इस पैटर्न का अर्थ "तीन अंदर ऊपर" होता है , थ्री इनसाइड उप एक ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न है जिसका निर्माण तीन कैंडल्स से मिलकर होता है ,डाउन-ट्रैंड के बॉटम पे सपोर्ट लेवल पर | यह एक बुलिश ट्रैंड रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न है, जो बाजार में आने वाली तेजी या उप-ट्रैंड का संकेत देता है |Three Inside down Candlestick Pattern
Three Inside Up Candlestick Pattern क्या है ?
तीन इनसाइड अप कैंडलस्टिक पैटर्न एक ट्रिपल कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न की श्रेढ़ी में आने वाला कैंडलस्टिक पैटर्न है जो चार्ट पे तीन कैंडल्स से मिलकर बना होता है | थ्री इनसाइड उप पैटर्न ट्रेडर्स के लिए बाजार में संभावित खरीदारी के अवसर को दर्शाता है। यह पैटर्न तब बनता है जब एक डाउनट्रेंड के बाद तीन कैंडल्स होती हैं। पहली कैंडल एक बड़ी बेयरिश कैंडल होती है, दूसरी कैंडल एक छोटी सी बुलिश होती है जो पहली कैंडल के भीतर बनती है, तीसरी कैंडल एक बड़ी बुलिश कैंडल होती है, जो दूसरी कैंडल को ऊपर की ओर पार करती है, यह दर्शाते हुए कि खरीदारों का दबदबा बढ़ रहा है। जब यह पैटर्न चार्ट पर बनता है, तो यह एक मजबूत संकेत देता है कि बाजार में संभावित तेजी आ सकती है, जिसपे ट्रेडर्स खरीदारी करने का निर्णय ले सकते हैं।
थ्री इनसाइड उप कैंडलस्टिक पैटर्न एक बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न है जो बाजार में आने वाली तेजी या उप-ट्रैंड का संकेत देता है इसका निर्माण डाउन-ट्रैंड के दौरान डाउन-ट्रैंड के बॉटम पे सपोर्ट लेवल के पास होता है ,बाजार का ट्रैंड रिवर्स हो जाता है बाजार डाउन-ट्रैंड से उप-ट्रैंड में ट्रैंड करने लगता है |
थ्री इनसाइड उप कैंडल पैटर्न की पहली दो कैंडल्स एक बुलिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न होती है जिसमे दूसरी कैंडल पहली कैंडल के भीतर बनती है जो पहली कैंडल के लौ और हाई को ब्रेक नहीं करती है ,वही तीसरी कैंडल बुलिश हरामी कैंडल की कन्फोर्मशन कैंडल होती है | इन तीनो कैंडल के मिलने पर यह थ्री इनसाइड उप कैंडलस्टिक पैटर्न कहलाती है |
Three Inside Up Candlestick Pattern की विशेषताएं
1)तीन कैंडल्स: इस पैटर्न में तीन कैंडल्स होती हैं।
•पहली कैंडल एक बड़ी बेयरिश या लाल कैंडल होती है। पहली कैंडल का आकार बड़ा होना चाहिए, जिससे यह स्पष्ट हो कि बाजार में एक मजबूत सेलिंग प्रेशर था।
•दूसरी कैंडल एक छोटी अप कैंडल होती है, जो पहली कैंडल के भीतर बंद होती है।दूसरी कैंडल का छोटा होना और पहली कैंडल के भीतर होना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह रिवर्सल के लिए एक consolidation दिखाता है।
•तीसरी कैंडल एक बड़ी अप कैंडल होती है, जो दूसरी कैंडल के उच्च स्तर को पार करती है। तीसरी कैंडल का बड़ा होना और उच्च स्तर पर बंद होना इस बात का संकेत देता है कि खरीदार बाजार पर नियंत्रण पा रहे हैं।
2)बुलिश सिग्नल: यह पैटर्न एक बुलिश रिवर्सल संकेत देता है, यानी यह संकेत करता है कि कीमतों में वृद्धि हो सकती है।
3)निर्माण: थ्री इनसाइड उप कैंडल पैटर्न का निर्माण डाउन-ट्रैंड के बॉटम पे सपोर्ट लेवल पर होता है |
4)थ्री इनसाइड उप कैंडल की पहली दो कैंडल एक बुलिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न होती है और तीसरी कैंडल बुलिश हरामी कैंडल की कन्फोर्मशन कैंडल होती है | इन तीनो कैंडल के मिलने पे यह थ्री इनसाइड उप कैंडलस्टिक पैटर्न बन जाती है |
Three Inside Up Candlestick Pattern की पहचाने कैसे करे ?
•पहली कैंडल (Bearish Candle):यह पैटर्न एक डाउनट्रेंड के बाद शुरू होता है। पहली कैंडल लंबी और लाल (bearish) होनी चाहिए, जो पिछले गिरावट को दर्शाती है।
•दूसरी कैंडल (Bullish Candle):दूसरी कैंडल छोटी और हरी (bullish) होनी चाहिए। यह पहली कैंडल के भीतर बंद होती है, जो दर्शाता है कि विक्रेताओं की शक्ति कम हो रही है।
•तीसरी कैंडल (Bullish Candle):तीसरी कैंडल भी लंबी और हरी होनी चाहिए। यह दूसरी कैंडल के उच्च स्तर को पार करती है, जो दर्शाता है कि खरीदारों ने बाजार पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है।
•थ्री इनसाइड उप पैटर्न का निर्माण सदैव एक डाउन-ट्रैंड के बाद ही होता है डाउन-ट्रैंड के बॉटम पे सपोर्ट लेवल पर |
•वॉल्यूम: तीसरी कैंडल के साथ उच्च वॉल्यूम होना इसे और भी मजबूत बनाता है।
•सहायक संकेत: अन्य तकनीकी संकेतकों (जैसे, RSI, MACD) का उपयोग करके पुष्टि करें
Three Inside Up Candlestick Pattern के बने के पीछे की साइकोलोजी ?
यह पैटर्न एक दिलचस्प बाजार मनोविज्ञान को दर्शाता है। यह पैटर्न तब बनता है जब बाजार एक डाउनट्रेंड में होता है, जहां पहली कैंडल एक लंबी लाल कैंडल होती है, जो विक्रेताओं की मजबूती और बाजार में निराशा को दर्शाती है। इस कैंडल के बाद, दूसरी कैंडल एक छोटी हरी कैंडल होती है, जो बताती है कि कुछ खरीदार बाजार में प्रवेश करने लगे हैं, लेकिन वे अभी तक मजबूत नहीं हैं। यह संकेत करता है कि विक्रेताओं का दबदबा धीरे-धीरे कम हो रहा है।
तीसरी कैंडल, जो लंबी हरी होती है, खरीदारों की ताकत और आत्मविश्वास का प्रतीक है। यह कैंडल दूसरी कैंडल के उच्च स्तर को पार करती है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि खरीदार अब बाजार पर हावी हो गए हैं। इस प्रकार, यह पैटर्न दिखाता है कि बाजार में एक नया बल उभर रहा है, जिससे अन्य निवेशक भी तेजी की उम्मीद के साथ खरीदारी करने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। इस मनोविज्ञान को समझकर, ट्रेडर्स बेहतर निर्णय ले सकते हैं और अपने निवेश में आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं।
Three Inside Up Candlestick Pattern पे ट्रेड कब ले ?
इस पैटर्न पर ट्रेड लेने का सही समय महत्वपूर्ण है ताकि आप अधिकतम लाभ उठा सकें। इस पैटर्न का उपयोग करने के लिए, सबसे पहले आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह स्पष्ट रूप से विकसित हो चुका है। जब तीसरी कैंडल बनती है, जो लंबी और हरी होती है और दूसरी कैंडल के उच्च स्तर को पार करती है, तब यह एक मजबूत खरीदारी संकेत है। इस समय आप अपनी खरीदारी करने पर विचार कर सकते हैं। इसके बाद, वॉल्यूम की स्थिति पर भी ध्यान दें; अगर तीसरी कैंडल के साथ वॉल्यूम बढ़ रहा है, तो यह तेजी के संकेत को और मजबूत करता है।
Three Inside Up Candlestick Pattern पे स्टॉप-लोस्स कहाँ लगाएं?
इस पैटर्न पर स्टॉप-लॉस सेट करना एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह आपके संभावित नुकसान को सीमित करने में मदद करता है। जब आप इस पैटर्न के आधार पर खरीदारी करने का निर्णय लेते हैं, तो सबसे सुरक्षित स्थान स्टॉप-लॉस लगाने का होता है। आमतौर पर, स्टॉप-लॉस पहली कैंडल के निचले स्तर के ठीक नीचे लगाया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि यदि बाजार आपके खिलाफ जाता है और कीमत पहली कैंडल के निचले स्तर से नीचे गिरती है, तो आपकी स्थिति स्वतः बंद हो जाएगी। इससे आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि पहली कैंडल का निचला स्तर 100 है, तो आप स्टॉप-लॉस को 99.50 पर सेट कर सकते हैं। इस तरह, सही स्थान पर स्टॉप-लॉस लगाकर आप अपनी ट्रेडिंग रणनीति को सुरक्षित और प्रभावी बना सकते हैं।
Three Inside Up Candlestick Pattern Trading Stratgy
1. पैटर्न की पहचान करें:
•पहली कैंडल: एक लंबी लाल (bearish) कैंडल, जो दिखाती है कि विक्रेता हावी हैं।
•दूसरी कैंडल: एक छोटी हरी (bullish) कैंडल, जो पहली कैंडल के दायरे में बंद होती है।
•तीसरी कैंडल: एक लंबी हरी कैंडल, जो दूसरी कैंडल के उच्च स्तर को पार करती है।
2. वॉल्यूम की जांच करें: तीसरी कैंडल के साथ वॉल्यूम का बढ़ना महत्वपूर्ण है। उच्च वॉल्यूम से संकेत मिलता है कि खरीदारों का दबाव बढ़ रहा है।
3. एंट्री पॉइंट तय करें:तीसरी कैंडल बनने के बाद, जब यह दूसरी कैंडल के उच्च स्तर को पार कर जाए, तो आप खरीदारी का निर्णय ले सकते।
4. स्टॉप-लॉस सेट करें:पहली कैंडल के निचले स्तर के नीचे स्टॉप-लॉस लगाएं। यह आपकी जोखिम को सीमित करने में मदद करेगा।
5. लाभ लेने के लक्ष्य निर्धारित करें: पिछले प्रतिरोध स्तर, या 1:2 या 1:3 का रिस्क-रिवॉर्ड अनुपात तय करें। इससे आप अपने लाभ को अधिकतम कर सकते हैं।
6. सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों का ध्यान रखें: चार्ट पर प्रमुख सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को पहचानें, जो आपकी ट्रेडिंग रणनीति को मजबूत कर सकते हैं।
7. समयबद्धता पर ध्यान दें: इस पैटर्न का उपयोग करने के लिए समय चार्ट पर ध्यान दें, ताकि आप बड़ी मूवमेंट्स को पहचान सकें।
Three Inside Up or Three Inside Down Candlestick Pattern के बीच अंतर|
Three Inside Up एक bullish reversal संकेत है, जो तब बनता है जब बाजार एक डाउनट्रेंड में होता है। इसमें पहली कैंडल लंबी लाल होती है, दूसरी कैंडल छोटी हरी होती है जो पहली कैंडल के भीतर बंद होती है, और तीसरी कैंडल लंबी हरी होती है जो दूसरी कैंडल के उच्च स्तर को पार करती है। इसके विपरीत,
Three Inside Down एक bearish reversal संकेत है, जो तब बनता है जब बाजार एक अपट्रेंड में होता है। इसमें पहली कैंडल लंबी हरी होती है, दूसरी कैंडल छोटी लाल होती है जो पहली कैंडल के भीतर बंद होती है, और तीसरी कैंडल लंबी लाल होती है जो दूसरी कैंडल के निचले स्तर को पार करती है।
दोनों पैटर्न्स के बीच मुख्य अंतर यह है कि, Three Inside Up में खरीदारों का दबदबा बढ़ता है, जबकि Three Inside Down में विक्रेताओं का दबदबा बढ़ता है, जिससे दोनों पैटर्नों का उपयोग बाजार की दिशा के संकेत के लिए किया जा सकता है।
निष्कर्ष
तीन इनसाइड अप कैंडलस्टिक पैटर्न एक उपयोगी उपकरण है जो आपको बाजार में खरीदारी के अवसरों को पहचानने में मदद करता है। इस पैटर्न को समझकर और सही तरीके से उपयोग करके, आप अपने ट्रेडिंग निर्णयों में सुधार कर सकते हैं। हमेशा याद रखें कि कोई भी पैटर्न 100% सटीक नहीं होता, इसलिए उचित रिस्क मैनेजमेंट जरूरी है।
उम्मीद है कि इस ब्लॉग पोस्ट ने आपको तीन इनसाइड अप कैंडलस्टिक पैटर्न को समझने में मदद की होगी। अगर आपके पास कोई प्रश्न हैं, तो बेझिझक पूछें!